हर मौसम के अपने पॉजेटिव एवं नेगेटिव प्रभाव होते हैं। यह मौसम भी कुछ लोगों के लिए खुशी का अहसास देने वाला होता है और कुछ लोगों को परेशान करता है।
इस मौसम में एलर्जी आम समस्या है। यह सामान्य सी सावधानियां हमें इससे बचा सकती हैं।
1. काफी समय से अलमारी में रखे हुए गर्म कपड़ों को तुरंत निकाल कर ना पहने, पहले उन्हें धुलवाले या ड्राईक्लीन करवा ले और धूप में अच्छे से सुखा लें।
ताकि किसी भी तरह की फंगस, धूल बैक्टीरिया आदि जो की एलर्जी के कारण होते है, निकल जाए।
2. इस मौसम में सीधे ठंडी हवा के संपर्क में ना आए सिर को स्टॉल या टोपी से कवर करके रखें। शरीर को गर्म रखने के लिये दस्ताने का इस्तेमाल जरूर करें।
कहीं बाहर जा रहा है, तो नाक को ढककर निकले।
3. एलर्जी से बचने के लिए आप विटामिन “सी” जिन चीजों में भरपूर मात्रा में पाया जाता है। उसका सेवन जरूर करें विटामिन “सी” एंटीऑक्सीडेंट होता है।
जो हमारी इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ-साथ स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं से मुकाबला करने की क्षमता प्रदान करता है।
Fruit of winter season – विटामिन “सी” आपको नींबू, संतरा, स्ट्राबेरी, आम, पपीता, टमाटर, गोभी आदि से मिलता है।
4. ठंड (The Season Of Winter) में एलर्जी और अस्थमा जैसी बीमारी से बचने के लिए विटामिन “डी” भी फायदेमंद साबित होता है।
विटामिन “डी” सुबह की धूप, अंडा, फिश आदि से प्राप्त होता है।
5. आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और एलर्जी से बचाव के लिए लहसुन, अदरक, शहद और सेब का सिरका का सेवन करना भी लाभकारी होता है।
शहद और सेब के सिरके को गुनगुने पानी के साथ लिया जा सकता है
6. आपको यदि एलर्जी की प्रॉब्लम है तो घर के पालतू जानवरों से भी दूर रहे।
7. योग प्राणायाम आदि आप नियमित रूप से दिनचर्या में शामिल करते हैं। तो आपकी कोई भी एलर्जी आसानी से खत्म हो सकती है।
8. सफाई में वैक्यूम क्लीनर का उपयोग करें ताकि धूल के कण सफाई के दौरान वातावरण में ना फैल सकेंगे और आप धूल इत्यादि से होने वाली एलर्जी से बचे रह सकेंगे।
मनुष्य की जीवन रूपी गाड़ी उसके स्वास्थ्य पर निर्भर करती है। और स्वस्थ रहना हमारे खान पान और हमारी दिनचर्या पर निर्भर करता है।
स्वस्थ रहने के लिए ऋतुओं के अनुसार अपने खान पान में बदलाव लाना बहुत जरूरी है।
शीत ऋतु हमारी सेहत बनाने के लिए सबसे सर्वश्रेष्ठ मानी गई है। जो पोष्टिक आहार हमारी सेहत बनाने और स्वस्थ रहने के लिए आवश्यक है।
उनका सेवन हम शीत ऋतु में अधिक मात्रा में कर सकते हैं।Read More….
शीत ऋतु के अतिरिक्त अन्य ऋतु में सेवन किया गया पोस्टिक आहार उतनी सेहत नहीं बनाता, जितनी कि शीत ऋतु में सेवन किया गया आहार। आपको मालूम है शीत ऋतु को ही सेहत बनाने की ऋतु क्यों कहा जाता है? वह इसलिए क्योंकि हमारे शरीर को स्वस्थ और रोग रहित रखने के लिए जिन पौष्टिक आहारों की जरूरत होती है, उन्हें हम आसानी से पचा नहीं सकते हैं। शीत ऋतु में हमारी पाचन क्रिया तेज हो जाती है। और इसिलिए इस ऋतु में जो भी आहार ग्रहण किया जाता है, आसानी से पचाया जा सकता है। इस ऋतु में भूख भी अधिक लगती है। शीत ऋतु में सेवन किए गए पोष्टिक आहार का असर पूरे साल रहता है। पहले के समय में दादी नानी कहा करती थी, कि ठंड के 4 महीने अच्छे से खिलायी करो तो साल भर हमारा शरीर स्वस्थ और बलवान रहता है। इस ऋतु में परिश्रम, व्यायाम और योगाभ्यास अधिक किया जा सकता है। जो हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक सिद्ध होता है। बस मेरा एक छोटा सा प्रयास है, आप तक यह जानकारी पहुंचाने का, कि शीत ऋतु में किन-किन पोष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए। हेल्थ फूड में यदि Dry fruits की बात कही जाए तो वह हमारे शरीर के लिए सबसे ज्यादा फ़ायदेमंद है। इसमें फैट जरूर होता है पर यह फैट हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी होता है। और इसलिए इन्हें ठंड मैं ज्यादा खाने की सलाह दी जाती है। इनमें जो कैलोरीज होती है वह हमारे शरीर द्वारा उपयोग में लाई जाती है इसमे मौजूद शुगर स्वस्थ व्यक्ति के शरीर को कोई नुकसान नहीं पहुँचाती है। इसमें विटामिंस, फायबर और फैट के साथ-साथ आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे कई मिनरल्स पाए जाते हैं। जो हमारे शरीर को एनर्जी और ऊर्जा प्रदान करते है। हमें एक निश्चित मात्रा में इनका सेवन करना चाहिए।
कुछ Dry fruits सुबह खाए जाते हैं। जिन Dry fruits में मिनरल्स और विटामिंस की मात्रा अधिक होती है।
उनका सेवन सुबह के समय करना चाहिए और वह मेवा जो पाचन में हमारी मदद करते हैं, उन्हें शाम को या रात को खाना चाहिए।
आइये मैं आपको बताती हूं किन Dry fruits को कब खाना हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद होगा।
बादाम को हम गर्मियों में ठंडाई बनाने में तथा शीत ऋतु में हलवा, लड्डू आदि चीजों में उपयोग में लाते है।
वैसे बादाम को रात में पानी में भिगोकर, इसका सुबह सेवन करना ज्यादा फ़ायदेमंद होता है।
बादाम में विटामिन “E” और मैग्नीज होता है। जो हमारी इम्यूनिटी सिस्टम को काम करने में मदद करता है।
सुबह इस्तेमाल करने से दिन भर हमारा दिमाग तरोताजा रहता है। और बॉडी की कंडीशन अच्छी बनी रहती है।
यह हमें इंफेक्शन से भी बचाता है। रात्रि में 5 बादाम भिगोकर एवं प्रातः पीसकर दूध में उबालकर पीने से नेत्र ज्योति बढ़ती है।
यह शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से फ़ायदेमंद होता है। यह ख़ाँसी, मधुमेह, व पथरी में भी लाभकारी होता है। इसका सेवन दिन में करना ज्यादा फ़ायदेमंद होता है।
हमें 4 से 5 बादाम प्रातः रोज खाना चाहिए। कड़वी बादाम खाना हानीकारक होता है।
पिस्ता और काजू इन में मैग्नीज प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। जो कि रक्तचाप और मांसपेशियों की थकान दूर करने में फ़ायदेमंद होता है।
यह दाँत की सड़न को रोकने के साथ-साथ मुंह के बैक्टीरिया को भी खत्म करने में हमारी मदद करते हैं।
इन Dry fruits को शाम को ही खाना चाहिए। क्योंकि दिन भर की थकान के बाद जब हम घर आते हैं। तो हमें एनर्जी की ज्यादा जरूरत होती है।
इन मेवा में मौजूद वसा आपकी ऊर्जा और सहन शक्ति को बढ़ाता है। जो दिन भर के बाद शाम को आपके लिए जरूरी है।
यह हृदय के लिए काफी फ़ायदेमंद होता है। विशेषज्ञों के अनुसार तीन काजू और पिस्ता रोज खा सकते हैं। 3 से 4 काजू रोज खाने से कभी कैंसर नहीं होता।
क्योकि काजू कैंसर के सेल बनने से रोकने में मदद करता है।
यह तीनों Dry fruits पाचन क्रिया को ठीक रखने में मदद करते हैं। बहुत से लोगों को मालूम भी नहीं होता है कि अखरोट और इन Dry fruits को कब खाना चाहिए।
तो मैं आपको बताती हुँ, कि इन मेवा को रात में खाना चाहिए।
यह Dry fruits हमारी कब्ज की समस्या को दूर करते हैं। इनमें विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं। जो रात भर हमारी स्किन और बॉडी दोनों के लिए फ़ायदेमंद साबित होते हैं।
मुनक्का, खजूर एवं अखरोट के सही फायदे चाहिए, तो मैं आपको इन्हें रात में खाने की सलाह दूंगी।
इनमें ओमेगा थ्री फैटी एसिड पाया जाता है। मुनक्के में डाइटरी फाइबर होता है। मुनक्का हीमोग्लोबिन भी बढ़ाता है। इसलिए महिलाओं को इस का सेवन अवश्य करना चाहिए।
अखरोट दिमाग को तेज और दुरुस्त रखता है, इसलिए इसे ब्रैन फूड भी कहा जाता है। यह डिप्रेशन और स्ट्रेस से लड़ने में भी हमारी मदद करता है।
आप ठंड के मौसम में दो मुनक्का, एक खजूर और दो अखरोट अपनी डाइट में रोज शामिल कर सकते हैं। इससे हमें दुगना फायदा मिलेगा।
शरीर में वात और पित्त दोष को शांत करने में किशमिश काफी फ़ायदेमंद साबित होती है।
इसमें आयरन, कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम और फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। किशमिश एनर्जी से भरपूर ड्राई फ्रूट है।
यदि बुखार या किसी बीमारी के बाद आपके शरीर में कमज़ोरी आ जाती है। तो किशमिश खाने से इस कमज़ोरी को दूर किया जा सकता है।
वैसे तो किशमिश सूखी भी खाई जा सकती है। पर यदि आप इसका सही फायदा उठाना चाहते हैं।
तो इसके सेवन का सही तरीका यही है कि इसे रात को पानी में भिगो दें और सुबह खाए। दोस्तों आपको मालूम नहीं होगा कि जिस पानी में किशमिश भिगोते हैं।
उसको पीने के भी काफी फायदे हैं। यह हमारे शरीर में लीवर और किडनी की समस्याओं को दूर करता है।
किशमिश को पानी में भिगो देने से इस मे मौजूद शक्कर की मात्रा कम हो जाती है। जो सेहत के लिए फ़ायदेमंद होती है।
किशमिश का पानी ब्लड को भी साफ करता है। कोलेस्ट्रोल कम करने में किशमिश रामबाण है।
यह हिमोग्लोबिन की कमी को भी पूरी करती है। दोस्तों 8 से 10 किशमिश का सेवन रोज करने से आप काफी रोगों से राहत पा सकते हैं।
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